पंचगव्य के सेवन से सभी अज्ञात रोग, पाप, और दरिद्रता से होने वाले कष्ट कम होते हैं.,,,,: आचार्य कुलदीप पाण्डेय

पंचकुला, राखी : परम पूज्य श्री सुधांशुजी महाराज जी के प्रिय शिष्य आचार्य कुलदीप पाण्डेय जी के मुखारिवंद से  शिवमहापुराण कथा शिव धाम मोरनी रोड पर हो रही है कथा का कर्यक्रम जानकारी देते हुए शिव धाम मंदिर के मुख्य पंडित सुखदेव भारद्वाज ने बताया की शिवमहापुराण की कथा 19 नवंबर तकशिव शंकर मंदिर शिव धाम में हो रही आज की कथा में कथा व्यास आचार्य ने बताया की शिव पुराण में बताया गया है कि पंचगव्य से भगवान शिव का अभिषेक करना चाहिए. पंचगव्य में शामिल पदार्थों का उल्लेख शैव और वैष्णव दोनों धर्मों में मिलता है. पंचगव्य में गाय का गोबर, गाय का मूत्र, दूध, दही, गुड़, घी, केला, नारियल, और पानी शामिल होता है. पंचगव्य को अमृत के बराबर माना जाता है. पंचगव्य के सेवन से सभी अज्ञात रोग, पाप, और दरिद्रता से होने वाले कष्ट कम होते हैं. पंचगव्य से औषधि एवं जैविक खेती में भी इस्तेमाल किया जाता है कथा उपरांत आरती कर प्रसाद वितरित किया गयाl

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