फर्नीचर मार्केट ध्वस्त नहीं किया जाएगा : सूद
चंडीगढ़: उत्तर भारत का सबसे बड़ा फर्नीचर मार्केट जो चंडीगढ़ सेक्टर 53 में स्थित है और जिसे नगर प्रशासन ने ध्वस्त करने के आदेश दिए थे, इस में हजारों लोग जो अपनी आजीविका के लिए फर्नीचर मार्केट पर निर्भर हैं परभावित हो रहे हैं। आम आदमी पार्टी मेयर और नवनिर्वाचित कांग्रेस सांसद द्वारा मार्केट को बचाने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाने के बाद यह शहर में एक ज्वलंत मुद्दा बन गया। पूर्व भाजपा नगर अध्यक्ष और पूर्व मेयर ने कल प्रशासक से मुलाकात की और उन्हें स्थिति से अवगत कराया और ध्वस्तीकरण पर रोक लगाने की मांग की। प्रशासक ने सहमति जताई और सूद को आगे की प्रशासनिक कार्रवाई के संबंध में डिप्टी कमिश्नर से मिलने के लिए कहा। आज सूद के नेतृत्व में वरिष्ठ उप महापौर कुलजीत संधू, भाजपा शहरी उपाध्यक्ष देविंदर बबला, मनोनीत पार्षद सतिंदर सिद्धू व डॉ. मोहिंदर कौर, पार्षद बिल्लू कजहेड़ी, पूर्व भाजपा महासचिव चंद्रशेखर, सचिव तजिंदर सिंह सरां, हरभजन सिंह चेयरमैन कजहेड़ी, गुरदीप सिंह पूर्व सरपंच, संजीव भंडारी अध्यक्ष फर्नीचर मार्केट एसोसिएशन, राम सिंह, संजय अग्रवाल व मार्केट के 116 शोरूम मालिकों का प्रतिनिधिमंडल उपायुक्त, अन्य प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों की एक मीटिंग में मिला। बैठक में प्रशासन द्वारा इस बात पर सहमति बनी कि 28 जून के तोड़फोड़ नोटिस के संबंध में जिन व्यक्तिगत मालिकों को नोटिस प्राप्त हुए हैं, वे आज से दो दिन के भीतर अपने कब्जे वाले क्षेत्र का विवरण देते हुए जवाब दाखिल करेंगे तथा प्रशासन किराए की गणना करेगा तथा मार्केट के लिए पुनर्वास नीति आने तक उपयोग किए जा रहे क्षेत्र के लिए उनसे किराया वसूला जाएगा। जो मालिक नोटिस का जवाब नहीं देंगे, केवल उन्हीं परिसरों को ध्वस्त करने पर विचार किया जाएगा। सूद ने डिप्टी कमिश्नर से कहा कि मार्बल मार्केट की तर्ज पर शहर में फर्नीचर मार्केट के पुनर्वास के लिए बल्क मार्केट का प्रस्ताव बनाया जाना चाहिए। सूद ने हजारों लोगों को तोड़फोड़ की कार्रवाई से बचाने के लिए प्रशासक का धन्यवाद किया और कहा कि भाजपा चंडीगढ़ के निवासियों की मदद के लिए हर संभव प्रयास करेगी। बाद में फर्नीचर मार्केट एसोसिएशन ने अपने व्यवसाय और परिवारों को उजड़ने से बचाने के लिए अरुण सूद का धन्यवाद किया।