चंडीगढ़, राखी: पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज (डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी), चंडीगढ़ के कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग विभाग ने आज “एडवांस्ड मशीन लर्निंग: डाइवर्स ऍप्लिकेशन्स फ्रॉम हेल्थकेयर इंडस्ट्री” विषय पर एक एडवांस्ड फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम (ऍफ़ डी पी) का शुभारंभ किया। यह कार्यक्रम ए आई सी टी ई – ए टी ए एल अकादमी द्वारा प्रायोजित है और यह 3 से 15 फरवरी 2025 तक आयोजित किया जाएगा। उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि, पीईसी के निदेशक प्रो. राजेश कुमार भाटिया, विशिष्ट अतिथि श्री विक्रम आर. सिंह (एंटियर सॉल्यूशंस, मोहाली) और डॉ. सचिन चौधरी (यू पी ई एस, देहरादून) ने शिरकत की। साथ ही, इस अवसर पर हेड, सीएसई प्रो. त्रिलोक चंद, ऍफ़ डी पी कोऑर्डिनेटर डॉ. पद्मावती खंडनोर और को-र्डिनेटर डॉ. सुदेश रानी भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम की शुरुआत में, ऍफ़ डी पी कोऑर्डिनेटर डॉ. पद्मावती खंडनोर ने इस कार्यक्रम के उद्देश्यों और इसकी प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने सभी अतिथियों, वक्ताओं और प्रतिभागियों का स्वागत किया। यह दो सप्ताह का ऍफ़ डी पी कई ज्ञानवर्धक सत्रों से भरपूर होगा, जिसमें ह्यूमन एक्शन रिकग्निशन, वर्चुअल रियलिटी, ऑगमेंटेड रियलिटी, मिक्स्ड रियलिटी, दंत चिकित्सा में नॉन-लीनियर इमेजिंग के लिए ऐआई ऍप्लिकेशन्स, एक्स-रे इमेज से 3D एनाटॉमिकल सरफेस प्रेडिक्शन और मशीन लर्निंग जैसी नवीनतम तकनीकों पर चर्चा की जाएगी। इसके साथ ही, कार्यक्रम के अंतर्गत चार दिवसीय औद्योगिक विजिट भी शामिल है। को-कोर्डिनेटर डॉ. सुदेश रानी ने इस ऍफ़ डी पी की संरचना, प्रमुख वक्ताओं और विविध विषयों पर अपनी अंतर्दृष्टि साझा की। उन्होंने इस कार्यक्रम को सफल बनाने में योगदान देने वाले सभी लोगों के प्रति आभार भी व्यक्त किया। इस कार्यक्रम में दुनिया भर के प्रतिभागियों ने भाग लिया है, जिन्हें उद्योग-विशिष्ट समस्या समाधान पद्धतियों की महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त होगी। इसके अलावा, यह ऍफ़ डी पी एंटियर सॉल्यूशंस प्रा. लि., मोहाली और सीएसआईआर-सीएसआईओ, चंडीगढ़ के औद्योगिक दौरों के माध्यम से सैद्धांतिक ज्ञान को व्यावहारिक अनुभव से जोड़ने का अनूठा अवसर प्रदान करता है। हेड, सीएसई और ऍफ़ डी पी अध्यक्ष, प्रो. त्रिलोक चंद ने इस पहल के मूल उद्देश्य पर गहराई से प्रकाश डाला। उन्होंने अगली पीढ़ी के वायरलेस नेटवर्क, सटीक कृषि के लिए मल्टीस्पेक्ट्रल इमेजिंग, जीपीयू और टीपीयू, चिकित्सा में ऐआई के उपयोग और विभिन्न क्षेत्रों में ब्लॉकचेन तकनीक के अनुप्रयोगों की महत्ता पर जोर दिया। इस कार्यक्रम में वॉयस डेटा के माध्यम से कैंसर की पहचान, खाद्य और पोषण में मशीन लर्निंग का उपयोग, दूरसंचार में भविष्यवाणी विश्लेषण और इंजन स्वास्थ्य निगरानी के लिए मशीन लर्निंग जैसी महत्वपूर्ण विषयवस्तु भी शामिल होगी। पीईसी के निदेशक और इस ऍफ़ डी पी के पैट्रन, प्रो. राजेश कुमार भाटिया ने सभी प्रतिभागियों का हार्दिक स्वागत करते हुए संस्थान की विरासत और इसके प्रतिष्ठित पूर्व छात्रों के योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने पेक की शैक्षणिक उत्कृष्टता, अनुसंधान नवाचार और उद्योग सहयोग के प्रति प्रतिबद्धता को रेखांकित किया। उन्होंने सभी प्रतिभागियों को पेक में एक समृद्ध और लाभकारी अनुभव की शुभकामनाएँ दीं और उन्हें इस प्रशिक्षण, कैंपस भ्रमण और औद्योगिक इंटरैक्शन से अधिकतम लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया। विशिष्ट अतिथि, श्री विक्रम आर. सिंह ने ज्ञान, बुद्धिमत्ता और नेतृत्व पर अपने प्रेरणादायक विचार साझा किए। उन्होंने सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएँ दीं और विशेष रूप से एथेरियम आर्किटेक्चर, स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स और विकास में ब्लॉकचेन तकनीक के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यह ऍफ़ डी पी प्रतिभागियों के लिए अपने कौशल को बढ़ाने और ऐआई व मशीन लर्निंग आधारित नवीनतम तकनीकों में योगदान देने का एक अनमोल अवसर प्रदान करता है। यह ऍफ़ डी पी निदेशक प्रो. राजेश कुमार भाटिया के संरक्षण में आयोजित किया जा रहा है, जिसमें अध्यक्ष के रूप में प्रो. त्रिलोक चंद कार्यरत हैं। इसका समन्वयन डॉ. पद्मावती खंडनोर और सह-समन्वयन डॉ. सुदेश रानी द्वारा किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में प्रमुख वक्ताओं में श्री विक्रम आर. सिंह, डॉ. सतीश के. पेड्डोजू, डॉ. दीप्ति, डॉ. मनोज जायसवाल, डॉ. ज्योतिष मल्होत्रा, श्री पुयम एस. सिंह, डॉ. अभिषेक गुप्ता, डॉ. रिशमजीत कौर आदि शामिल हैं, जो ऐआई और मशीन लर्निंग के नवीनतम विकासों पर अपनी बहुमूल्य अंतर्दृष्टि साझा करेंगे।
पेक में एडवांस्ड मशीन लर्निंग पर ऍफ़ डी पी की हुई शुरुआत
