चण्डीगढ़, राखी: पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज (डीम्ड यूनिवर्सिटी), चंडीगढ़ ने आज पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड द्वारा आयोजित ”साइंस, टेक्नोलॉजी एंड सोसाइटी” विषय पर 22 अगस्त से 24 अगस्त, 2024 तक आयोजित वाली 5वें IEEE इंडिया काउंसिल इंटरनेशनल सबसेक्शन कॉन्फ्रेंस (INDISCON 2024), का आधिकारिक उद्घाटन किया। इस सम्मेलन का आयोजन आईईईई इंडिया काउंसिल और आईईईई चंडीगढ़ सबसेक्शन द्वारा किया जा रहा है। आज उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता मुख्य अतिथि के रूप में प्रो. रेनू विग (वीसी, पीयू, चंडीगढ़) की गरिमामय उपस्थिति के साथ ही प्रो. राजेश कुमार भाटिया (निदेशक, पीईसी), प्रो. देबब्रत दास (निदेशक आईआईआईटी बेंगलुरु), और उनके साथ सम्मानित अतिथि के रूप में श्री. दीपक माथुर (वाइस चेयर, एमजीए आईईईई यूएसए), रजिस्ट्रार कर्नल आर. एम् जोशी, प्रो अरुण कुमार सिंह द्वारा की गई। समारोह के प्रारंभ में प्रो. अरुण कुमार सिंह ने अपने उद्घाटन भाषण में सम्मेलन के बारे में जानकारी दी। इस सम्मेलन का उद्देश्य शिक्षाविदों, रिसर्च स्कॉलर्स, इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स और टेक्नोलॉजी एक्सपर्ट्स को अपने ज्ञान, अनुभव और रिसर्च को साँझा करने के लिए एक इंटरैक्टिव मंच प्रदान करना है। उन्होंने वक्ताओं के विविध ज्ञान के साथ विभिन्न सत्रों पर भी प्रकाश डाला। यह अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन पहली बार पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और चंडीगढ़ के इस क्षेत्र में आयोजित किया गया है। इसके बाद प्रोफेसर सुदेब दासगुप्ता ने पिछले 6 महीने की टीपीसी रिपोर्ट बड़े ही रोचक ढंग से प्रस्तुत की। इसके अलावा, पीईसी के निदेशक प्रो. राजेश कुमार भाटिया ने पीईसी के प्रांगण में सभी डेलीगेट्स और पार्टीसिपेंट्स का बहुत गर्मजोशी से स्वागत किया। उन्होंने पीईसी की गौरवशाली विरासत और इतिहास पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने गर्व से पीईसी के पूर्व छात्रों का उल्लेख भी किया, जिनमें आज की मुख्य अतिथि प्रोफेसर रेनू विग भी शामिल थीं। उन्होंने पीईसी में उपलब्ध विभिन्न अन्य प्रयोगशालाओं, विभागों और अन्य अनुसंधान सुविधाओं के साथ सेमीकंडक्टर अनुसंधान केंद्र का भी उल्लेख किया। प्रोफेसर देबब्रत दास (निदेशक आईआईआईटी बेंगलुरु) ने आईईईई के चंडीगढ़ सबसेक्शन को बधाई दी। उन्होंने मुख्य अतिथि प्रोफेसर रेनू विग और विशिष्ट अतिथि श्री दीपक माथुर के प्रति भी आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह सम्मेलन एक बड़ी उपलब्धि है। आईईईई अपनी गतिविधियों और सामाजिक सेवा के कारण कई युवा वैज्ञानिकों को अपने विचारों और अनुभवों को साँझा करने का मंच प्रदान करने के लिए एक बेस्ट कॉउंसिल है। सम्मानित अतिथि श्री. दीपक माथुर ने आईईईई इंडिया काउंसिल के बारे में जानकारी दी। उन्होंने दुनिया भर में इसके व्यापक क्षेत्रों के साथ-साथ परिषद द्वारा की गई विभिन्न गतिविधियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने इस तरह के सम्मेलन के आयोजन के लिए आयोजक टीम को उनके अथक परिश्रम के लिए भी बधाई दी। मुख्य अतिथि प्रो. रेनू विग ने अपने अल्मा-मेटर पीईसी के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया। उन्होंने मानव द्वारा की गई विभिन्न तकनीकी प्रगतियों पर भी प्रकाश डाला, जिन में से गुज़र कर हम आज यहाँ तक पहुंचे हैं। उन्होंने इस सम्मेलन का हिस्सा बनकर, तहेदिल से गर्व का अनुभव भी महसूस किया। उन्होंने कहा कि ये वार्ताएं और सत्र विज्ञान, प्रौद्योगिकी और समाज की हालिया घटनाओं के बारे में गहरी जानकारी प्रदान करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि भारत में स्टार्टअप उद्योग तेजी से बढ़ रहा है। इस सम्मेलन के मुख्य पैट्रन प्रो. राजेश कुमार भाटिया (निदेशक, पीईसी) हैं, उनके साथ ही प्रो. अरुण कुमार सिंह, प्रो. आर.एस. वालिया, प्रो. संजीव कुमार, प्रो. वी.पी. सिंह, डॉ. सिमरनजीत सिंह, डॉ. शिमी एस.एल., डॉ. पद्मावती, डॉ. मनोहर सिंह, डॉ. जसकीरत कौर, डॉ. गौरव दास, डॉ. दीपक शर्मा और श्री मयंक गुप्ता इस अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन की मुख्य बैकबोन हैं। अंत में, डॉ. सिमरनजीत सिंह ने सभी सम्मानित अतिथियों, प्रतिनिधियों, वक्ताओं और आयोजन टीम को इस सम्मेलन को सफल बनाने के लिए उनके समर्पण के लिए धन्यवाद दिया। अगले दो दिनों में 5जी नेटवर्क, सिग्नल एडवांसमेंट, हेल्थकेयर के लिए एआई तकनीक, इंटेलिजेंट कंट्रोल तकनीक, आईओटी नेटवर्क और क्वांटम कंप्यूटिंग और एप्लिकेशन पर विभिन्न सत्र होंगे।
Related Posts
आर्य समाज, सेक्टर 7-बी का 66वाँ वार्षिकोत्सव धूमधाम से संपन्न
महर्षि दयानंद सरस्वती जी सर्वांगीण विकास के पुरोधा थे : डॉ. आयुषी शास्त्री चण्डीगढ़, राखी: आर्य समाज, सेक्टर 7-बी का…
भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा से हुआ शहर खूबसूरत
चंडीगढ़ , राखी : इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस (इस्कॉन) की चंडीगढ़ शाखा ने बड़ी तैयारी, उत्साह और भक्ति के…
लेग एंजियोप्लास्टी एक ऐसी प्रक्रिया है जो पैरों में संकुचित या अवरुद्ध धमनियों को खोलती है और बेहतर रक्त प्रवाह को सक्षम करती है
फोर्टिस मोहाली में लेग एंजियोप्लास्टी के माध्यम से क्रिटिकल लिम्ब इस्चेमिया और गंभीर गैंगरीन वाले मरीजों का सफलतापूर्वक इलाज किया…