हिंदी के साथ-साथ सभी भारतीय भाषाओं का सम्मान जरूरी – तेग सिंह
चंडीगढ़, राखी: कार्यालय महालेखाकार (लेखा व हकदारी) पंजाब एवं यू.टी. चंडीगढ़ में 14 सितम्बर से 27 सितम्बर तक हिंदी पखवाड़ा का आयोजन किया गया| केन्द्रीय सरकार के कार्यालयों में हिंदी के प्रगामी प्रयोग को बढ़ावा देने तथा कामकाज में अधिकारियों और कर्मचारियों की हिंदी के प्रति रूचि को बढ़ाने के उद्देश्य से प्रत्येक वर्ष हिंदी पखवाड़ा मनाया जाता है| इसी क्रम में कार्यालय महालेखाकार पंजाब एवं यू.टी. में बहुत धूम-धाम से हिंदी पखवाड़े का आयोजन किया गया| इस पखवाड़े के दौरान विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं| दिनांक 27 सितम्बर 2024 को कार्यालय में पुरस्कार वितरण तथा समापन समारोह का आयोजन किया गया जिसमें विजेता प्रतिभागियों को महालेखाकार ने पुरस्कृत किया| तेग सिंह, महालेखाकार ने अपने संबोधन के दौरान राजभाषा हिंदी के प्रचार-प्रसार पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हमें सभी भारतीय भाषाओँ का सम्मान करना चाहिए और ऐसा करना जरुरी भी है क्योंकि इससे हिंदी भाषा को बढ़ावा देने में सहायता मिलेगी| महालेखाकार ने कहा कि हिंदी भाषा को मूल रूप से अपनाने की आवश्यकता है ताकि हिंदी का शीर्ष से धरातल और धरातल से शीर्ष तक अविरल बहती रहे। अनुवाद पर बहुत अधिक निर्भरता भी न रहे। हिंदी दिवस के शुभ अवसर पर जारी माननीय गृह मंत्री जी के संदेश का जिक्र करते हुए तेग सिंह ने कहा कि हिंदी भाषा का प्रचार-प्रसार अन्य भाषाओं के साथ सखी के रूप में हो तो हमें आगे चलकर और भी अच्छे परिणाम देखने को मिलेंगे| आशीष सिंह, उप महालेखाकार द्वारा माननीय गृह एवं सहकारिता मंत्री जी के संदेश को पढ़कर सुनाया गया| हिंदी के प्रगामी प्रयोग और इसके प्रचार-प्रसार के लिए भारत सरकार की नीति के अनुसार इस कार्यालय में भी प्रेरणा, प्रोत्साहन और सद्भावना पर जोर दिया जा रहा है और इसी के तहत पुरस्कार वितरण एवं समापन समारोह के दौरान महालेखाकार द्वारा मूल रूप से हिंदी टिप्पण-आलेखन करने वाले कार्मिकों को पुरस्कार प्रदान किया गया| कार्यक्रम के दौरान हिंदी अधिकारी ने सभागार में उपस्थित अधिकारियों और कर्मचारियों से कहा कि “एक दिन, एक लक्ष्य” की नीति से सहकर्मियों को प्रेरित करने की परंपरा को अपनाते हुए हिंदी के प्रचार-प्रसार को गति प्रदान की जा सकती है| राकेश रंजन मिश्रा, हिंदी अधिकारी और सुनील कुमार, वरिष्ठ लेखा अधिकारी के द्वारा पखवाड़े के दौरान विभिन्न प्रतियोगिताओं के सफल आयोजन हेतु रूपरेखा तैयार की गई तथा अंकित कुमार, मनीष कुमार, कविता शर्मा, शिवकेश आदि के सहयोग से हिंदी पखवाड़ा 2024 का सफल आयोजन हुआ, जिसके लिए महालेखाकार ने शुभकामनाएं दी|